चंदौली

उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार में चंदौली का विकास रुका हुआ है। यहां विकास का ढिंढोरा तो पीटा जा रहा है लेकिन काम नहीं हो रहा है। इसका ताजा उदाहरण महेवा में बन रहा ट्रॉमा सेंटर है। केंद्रीय मंत्री और चंदौली सांसद डॉ. महेन्द्रनाथ पांडेय महेवा में ट्रॉमा सेंटर का दूसरी बार शिलान्यास करेंगे। एक बार शिलान्यास के बाद पांच वर्ष का समय बीता अब फिर से शिलान्यास हो रहा है। यह बनेगा कब पता नहीं। ये बातें रविवार को पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने सपा कार्यालय पर पत्रकार वार्ता के दौरान कहीं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि हमारे सांसद मेहमान की तरह आते हैं और परदेशी की तरह चले जाते हैं। यादव ने कहा कि पड़ाव से गोधना तक सड़क चौड़ीकरण किया जा रहा है। इसमें कहीं फोरलेन तो कहीं सिक्स लेन बनाया जा रहा है। सड़क चौड़ीकरण के नाम पर बार बार व्यापारियों को दुकानों को तोड़ने की धमकी दी जा रही है। जबकि जिला भ्रमण के दौरान व्यवसाईयों को दुकान नही तोड़े जाने का आश्वासन भी दिया जाता है। यही हाल चंदौली सैदपुर मार्ग का है। कहा कि सड़कों को चौड़ीकरण किया जाना जरूरी है लेकिन किसी को उजाड़ना गलत है। कहा कि वाराणसी में चौकाघाट से लहरतारा तक बने फ्लाईओवर की तर्ज पर यहां भी फ्लाईओवर बनाया जा सकता है। कहा कि चंदौली में पिछले वर्ष सांसद डॉ. महेन्द्रनाथ पांडेय ने आश्वासन दिया था कि यहां का फ्लाईओवर तोड़ कर वाराणसी की तर्ज पर बनाया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कहा कि धान के कटोरे में किसान पानी के लिए बेहाल है। अमड़ा विद्युत केंद्र की क्षमता वृद्धि की परियोजना ठंडे बस्ते में डाल दी गई है। पूर्व में मई जून माह में नहरों की सफाई होती रही है लेकिन वर्तमान सरकार में नहरों की सफाई नहीं हो रही है। यहां तक कि महेवा में जहां ट्रॉमा सेंटर बन रहा है वहां भी चंदरखा माइनर जलकुंभी से पटी है। कहा कि जिले में एकौनी और बबुरी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन बिना चालू होते ही जर्जर हो गए। नियामताबाद और सकलडीहा में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज का निर्माण ठंडे बस्ते में है। प्रधानमंत्री के क्षेत्र मे जहां रोज कोई ना कोई घोषणा हो रही है वही बगल का संसदीय क्षेत्र उपेक्षित पड़ा है। यदि स्थानीय सांसद मंत्री होने के बाद भी अपने मंत्रालय की कोई योजना जनपद को दिए होते तो शायद चन्दौली की तस्वीर कुछ और होती। वार्ता के दौरान पूर्व प्रमुख बाबूलाल और वरिष्ठ नेता बैजनाथ यादव रहे।