108 डायल करने पर नही पहुंची एम्बुलेंस,चालकों पर दर्ज हुआ एफ आई आर सेवा भी हुई समाप्त
चन्दौली

नौगढ़ क्षेत्र में एम्बुलेंस चालकों की लापरवाही ने एक नवजात की जान ले ली थी।मामला नौगढ़ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का है जहां बाघी निवासी राजकुमार की पत्नी रेशमा को बच्ची पैदा हुई जिसकी गंदा पानी पीने से हालत खराब हो गई थी। डाक्टरों ने बच्ची को जिला अस्पताल रेफर कर दिया तो परिजनों ने तत्काल एम्बुलेंस सेवा के लिए 108 एवं 102 नंबर डायल किया लेकिन एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध नहीं हो पाई।एंबुलेंस चालको ने डीजल एवं गाड़ी खराब होने की बात कह कर पल्ला झाड़ लिया।एंबुलेंस की सेवा प्राप्त हो जाय डाक्टरो ने भी प्रयास किया बावजूद मौके पर एंबुलेंस नही पहुंची,संबेदनहीन एंबुलेंस चालकों की लापरवाही से नवजात की मौत हो गई।
सरकार की एंबुलेंस सेवा इमरजेंसी सेवा है जो किसी भी कीमत पर मरीजों को हास्पिटल पहुंचाने का कार्य करती है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की लारवाही कहें या चालकों की मनमानी जो सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं ऐसे ही भ्रष्टाचारियों के चलते भ्रष्टाचार की भेट चढ़ जा रही हैं जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।मामले की गंभीरता को देखते हुए ह्यूमन राइट सी डब्लू ए के चेयरमैन योगेंद्र कुमार सिंह “योगी” ने प्रकरण को राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में शिकायत भेजकर दोषियों के ऊपर कठोरतम करवाई करने एवं मृतक के परिवार को उचित मुवावजा दिलाने का अनुरोध किया था।
आयोग ने मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रमुख सचिव हेल्थ एवं परिवार कल्याण उत्तर परदेश सरकार से आठ सप्ताह में रिपोर्ट तलब किया।आयोग के सख्ती के बाद चीफ मेडिकल ऑफिसर चंदौली ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एंबुलेंस सेवा के जिला प्रभारी ई० एम० आर० आई० से जांच कराया तो जांच में शिकायत कर्ता द्वारा ई० एम० टी० एवं पायलट पर लगाए गए आरोप सिद्ध होने पर जिला प्रभारी ई० एम० आर० आई० चंदौली द्वारा एंबुलेंस के दो ई० एम० टी० एवं दो पायलट के विरुद्ध दिनांक 30 जून 2023 को थाना नौगढ़ चंदौली में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराया गया।जिसके उपरान्त एम्बुलेंस सेवा के सेवा प्रदाता 108 इमरजेंसी मेडिकल ट्रांसपोर्ट सर्विसेज इष्ट यूपी लखनऊ द्वारा उपरोक्त दो ई० एम० टी० एवं दो पायलट का सेवा भी समाप्त कर दिया गया।